Gopi Ki Diary: Part 4 | Hindi Version Of Gopi’s Day Out: Growing Up By Sudha Murty Signed Edition(Hardcover, Hindi, Sudha Murty)
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मैं कभी अकेला नहीं रहा और मुझे - नहीं पता था कि घर का रास्ता कैसे ढूँढूँ`गोपी खो गया है!अपने घर के आराम से बाहर निकलते समय गोपी को सड़कों पर जीवन का अनुभव होता है, जहाँ वह गली के कुत्तों से मिलता है और उनके संघर्षों को जीता है। दिन के दौरान गोपी गली के एक दयालु लड़के से दोस्ती करता है, जो उसके कई रोमांचों में उसका साथ देता है। यह एक ऐसा दिन है, जो पहले कभी नहीं था।लेकिन गोपी को हर मिनट अपनी पसंदीदा अज्जी की याद आती है।क्या गोपी अपने घर का रास्ता खोज पाएगा? क्या अज्जी और गोपी फिर से मिलेंगे ? जानने के लिए यह सुंदर, दिल को छू लेने वाली कहानी पढ़ें।सुधा मूर्ति की अनूठी शैली में लिखी गई यह कहानी युवा और बुजुर्ग, दोनों के दिलों को छू लेगी, क्योंकि गोपी की कहानी हमें गली के कुत्तों की दुर्दशा को समझने में मदद करती है। इससे हम सोच पाएँगे कि हम उनकी मदद के लिए क्या कर सकते हैं।'गोपी डायरीज' बच्चों के लिए एक बेस्टसेलिंग सीरीज है। सीरीज की चार पुस्तकें हैं- 'गोपी अब बड़ा हो गया', 'जब गोपी को मिला प्यार', 'जब गोपी घर पहुँचा' और 'गोपी चला घूमने'।'प्रगति विचार साहित्य महोत्सव 2024' के 'सेलिब्रेटेड ऑथर ऑफ द ईयर अवार्ड' की विजेता 'गोपी डायरीज : ग्रोइंग अप !'